bewafa wo kisi aur se pyar karte hai Sad Shayari hindi | वो किसी और से प्यार करते है शायरी

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Sad Shayari hindi

1. Bewafa Wo Kisi Aur Se Pyar Karte Hai Shayari Hindi

वो मुस्कुरा के मुकरने की अदा जानता है
मैं भी आदत बदल लेता तो सुकून में होता

जाते जाते वो कोई अच्छी सी निशानी दे गये
उमर भर दोहरा सकु ऐसी कहानी दे गये
हम तो रेह गये प्यासे
पर हमारे पलको मे पाणी दे गये.

बिना दर्द के आंसु बहाये नही जाते 
बिना प्यार के रिश्ते निभाये नही जाते
जिंदगी मे हमेशा एक बात याद रखना
किसिको रुलाके अपने सपने सजाये नही जाते.

एक टुटी हुयी जंजिर की फरीयाद है हम
और दुनिया कहती है की आझाद है हम
इस प्यार ने क्या दिया हमको अब आपको क्या बताये
कल भी बर्बाद थे और आज भी बर्बाद है हम.

एक चांद है जिसे सब याद करते है
हमारी किस्मत तो तारों जैसी है
हमे याद करना तो दुर
लोग अपने खुशी के लिये
हमारे टुटने का इंतजार करते है.

अपनी ही मोहोब्बत से मुकरना पड़ा मुझे
जब देखा उसे किसी और के लिए रोते हुए।

कुछ युंह मिली नज़र उनसे
की सब कुछ नज़र अंदाज़ हो गया

हमें तो कबसे पता था की
तू बेवफ़ा है
तुझे चाहा इसलिए कि
शायद तेरी फितरत बदल जाये

कब औरो का साथ निभाते है लोग
आंसु की तरह बिछड जाते है लोग
वो जमाना और था जब रोते थे गम मे
अब अपनो को रुलाकर मुस्कुराते है लोग.

बहुत मासूम होते है ये आँसू भी
ये गिरते उनके लिए है जिन्हे परवाह नहीं होती…

हम रह जाना चाहते थे उसी का होकर
जो रह जाता है हर किसी का होकर।

वो एक शब् जली तो उसे
शमा कह दिया,

2. वो किसी और से प्यार करते है शायरी

हम बरसों से जल रहे हैं यारों
कोई तो खिताब दो…

मेरी कोशिश हमेशा ही
नाकाम रही
पहले तुझे पाने की अब
तुझे भुलाने की…

हम अपने दिल को
यह कह कर तसल्ली देते रहे के
जो मेरा ना हो सका
वो किसी और का क्या होगा.

मेरी आंखो मे जो लिखा है उसे मिटाउ कैसे
कोई बताओ उन्हे भुलाउ कैसे
जागते आंखो से देखु सपने उनके
अपनी आंखो मे किसी और के ख्वाब सजाउ कैसे.

किसी को इतना भी न चाहो कि
भुला न सको क्योंकि
ज़िंदगी इन्सान और मोहब्बत तीनों बेवफा हैं !!

अब ये हसरत है कि
सीने से लगाकर तुझको
इस क़दर रोऊँ की
आंसू आ जाये

काश तेरी गली में कभी आते ही नहीं,
मोहोब्बत के इस ज़माने में
खुद को आज़माते ही नहीं
जो तू बता देती की तू किसी और को चाहती है
खुदा क़सम हम तुझे कितना चाहते हैं
ये बताते ही नहीं।

उसे भूल जाने की
कसम खाता तो हूँ मगर

टपक पढ़ते हैं आंसूं,
कसम फिर टूट जाती है…

तकलीफ ये नहीं कि तुम्हे अजीज़ कोई और है
दर्द तब हुआ जब हम नज़रअंदाज़ किये गए..!!

जान हम उन पर छिड़कते हैं
और वो किसी और पर जान निसार करते हैं
हम उनकी चाहत के लिए तड़प रहे हैं
पर वो किसी और से प्यार करते हैं।

वफ़ा निभा के वो हमे कुछ दे ना सके
पर बहुत कुछ दे गये जब वो बेवफा हुए

3. wo kisi aur se pyar karte hai shayari hindi

मेरे दिल की दुनिया पे तेरा ही राज था
कभी तेरे सीर पर भी वफाओ का ताज था
तूने मेरा दिल तोडा पर पता न चला तुझको
क्योंकि टुटा दिल दीवाने का बे आवाज था

अब वहां तक जाना है मुझे
की बस एक बार पा लू तुझे

दिल में होता तो कब का भुला देते हम
वो शक्स तो बहुत दूर तक बसा है मुझमें…

रो पढ़ा वो शक्स आज अलविदा कहते कहते,
मेरी शरारतों पे जो देता था धमकियाँ जुदाई की।

होंठो ने मुस्कुराने से मना कर दिया..
आंसुओं ने बह जाने से मना कर दिया..
एक बार जो दिल टूटा प्यार में..
फिर इस दिल ने दिल लगाने
से मना कर दिया

जिसके होते हम किसी और को याद तक नहीं करते थे
ताज्जुब है की उसने किसी और के लिए हमे भुला दिया।

तेरी बेवफाई का सौ बार शुक्रिया
मेरी जान छूटी इश्क़ ऐ बवाल से.

गम नहीं की दौलत ना मिली
शौहरत ना मिली
गम इस बात का है की
इतना चाहने के बाद भी
हमे उनकी मोहोब्बत ना मिली।

क्यों जिंदगी इस तरह तुम दूर हो गए
क्या बात है जो इस तरह मगरूर हो गए
हम तरसते रहे तुम्हारा प्यार पाने को
बेवफा बनकर तुम तो मशहूर हो गए

साथ रोती थी हँसा करती थी
एक परी मेरे दिल में बसा करती थी
किस्मत थी हम जुदा हो गए वरना वो
मुझे अपनी तकदीर कहा करती थी

मैं हर बात में उसकी ही बात करता रहा
उसने एक दफा याद भी नहीं किया
जिसकी याद में मैं मरता रहा

तेरी यादों की कोई सरहद होती तो अच्छा था
खबर तो रहती सफर तय कितना करना है

4. wo kisi aur se shayari

खुश रहना तो हमने भी सीख लिया था
उनके बगैर
मुद्द्त बाद उन्होने हाल पूछ के फिर
बेहाल कर दिया

काश उन्हें चाहने का अरमान नही होता,
में होश में होकर भी अंजान नही होता,
ये प्यार ना होता,
किसी पत्थर दिल से,
या फिर कोई पत्थर दिल इंसान ना होता!

तुझसे क्या तेरी राह से भी दूर रहते
तू बता देती अगर तू किसी और को चाहती है
सच कहते हैं तेरी निगाह से भी दूर रहते।

ना पूछ मेरे सब्र की इंतहा कहाँ तक है
तू सितम कर ले तेरी हसरत जहां तक है
वफ़ा की उम्मीद जिन्हें होगी उन्हें होगी
हमे तो देखना है तू बेवफा कहा तक है

तेरे आने की उम्मीद और भी तड़पाती है
मेरी खिड़की पर जब शाम उतर जाती है

परेशान रहता हूँ सोच कर की
अब इस इश्क़ के दौर का क्या होगा
तू जो मेरा ना हुआ
वो किसी और का क्या होगा।

साथ रोती थी हँसा करती थी
एक परी मेरे दिल में बसा करती थी
किस्मत थी हम जुदा हो गए
वरना वो मुझे अपनी तकदीर कहा करती थी

उसे भूल जाने की कसम खाता तो हूँ
मगर टपक पढ़ते हैं आंसूं,
कसम फिर टूट जाती है
कोशिशें लाख कर ली मगर
हर बार कहीं ना कहीं कसर छूट जाती है

ये चिराग-ए-जान भी अजीब है
कि जला हुआ है अभी तलक
उसकी बेवफाई की आँधियाँ तो
कभी की आ के गुजर गईं।

जिस किसीको भी चाहो वोह बेवफा हो जाता है
सर अगर झुकाओ तो सनम खुदा हो जाता है
जब तक काम आते रहो हमसफ़र कहलाते रहो
काम निकल जाने पर हमसफ़र कोई दूसरा हो जाता है

बिन बात के ही रूठने की आदत है
किसी अपने का साथ पाने की चाहत है,
आप खुश रहें मेरा क्या है
मैं तो आइना हूँ मुझे तो टूटने की आदत है।

ये बेवफा
वफा की कीमत क्या जाने
ये बेवफा गम-ए-मोहब्बत क्या जाने
जिन्हे मिलता है हर मोड पर नया हमसफर
वो भला प्यार की कीमत क्या जाने

5. bewafa wo kisi aur se pyar karte hai shayari

दवा ये बस झूठे लोगों को मिलती है
ये सच्ची मोहोब्बत ना जाने
क्यों झूठे लोगों की मिलती है।

अब किसी और के लिए करते हैं
जो कुछ हमारे लिए करते थे
वो अब किसी और के लिए जी रहे हैं
जो कभी हम पर मरते थे।

मेरी रूह में न समाती तो भूल जाता तुम्हे
तुम इतना पास न आती तो भूल जाता तुम्हे
यह कहते हुए मेरा ताल्लुक नहीं तुमसे कोई
आँखों में आंसू न आते तो भूल जाता तुम्हे

रास्ते खुद ही तबाही के निकाले हम ने
कर दिया दिल किसी पत्थर के हवाले हमने
हाँ मालूम है क्या चीज़ हैं मोहब्बत यारो
अपना ही घर जला कर देखें हैं उजाले हमने

जिसको याद करके आप रो रहे हो
वो किसी और को ख़ुश रखने में व्यस्त है…

आओ फिर से दोहराए अपनी कहानी
मैं तुम्हें बेपनाह चाहूँगा
और तुम मुझे बेवजह छोड़ जाना.

मत पूछ मुझसे की
इश्क़ में मेरी क्या नौबत हुई
दुनिया में सबसे ज्यादा चाहकर भी उसे
दुनिया में किसी और से ही मोहोब्बत हुई।

ख़ुशी की राज में गम मिले तो क्या करे
वह की राह में बेवफा मिले तो क्या करे
कैसे बचाये जिंदगी को दगाबाजों से
कोई दिल लगा के दगा दे जाए धोखा तो क्या करे

आंसुओं की बूँदें हैं या आँखों की नमी है
न ऊपर आसमां है न नीचे ज़मी है
यह कैसा मोड़ है जिंदगी का
उसी की ज़रूरत है और उसी की कमी है

वो रो रो कर कहती रही मुझे नफरत है तुमसे
मगर एक सवाल आज भी परेशान किये हुए है
की अगर नफरत ही थी तो वो इतना रोई क्यों

हसीनो ने हसीन बनकर गुनाह किया
औरों को तो ठीक पर हम को भी तबाह किया
अर्ज़ किया जब ग़ज़लों मे उनकी बेवफ़ाई को तो
औरों ने तो ठीक उन्होने भी वा वा किया

जख्म के बदले जख्म मिले
पर राहत के बदले राहत ना मिली
नफरत के बदले नफरत तो मिली
पर चाहत के बदले चाहत ना मिली

जिस्म से होने वाली मोहब्बत का इज़हार आसान होता है
रूह से हुई मोहब्बत समझने में ज़िन्दगी गुजर जाती है

6. chain se wo rote hai shayari

मोहब्बत जिंदगी बदल देती है
मिल जाये तब भी ना मिले तब भी

मैंने प्यार किया बड़े होश के साथ
मैंने प्यार किया बड़े जोश के साथ
पर हम अब प्यार करेंगे बड़ी सोच के साथ
क्योंकि कल उसे देखा मैंने किसी और के साथ

रोज़ ढलता हुआ सूरज ये कहता है
मुझसे आज उसे बेवफा हुए
एक दिन और हुआ

मिलने का वादा कर गयी थी
वापस लौट आउंगी ये कहकर गयी थी
आई है अब वो जनाज़े पे मेरे
वादा वो अपना निभाने चली थी

उसे चाह कर भी उसकी चाहत ना मिली
ढूँढा बहुत मगर
उस सी दूसरी कोई आदत ना मिली।

सुनो एक बार और मोहब्बत करनी है
तुमसे लेकिन इस बार बेवफाई हम करेंगे.

अल्फाज़ तो बहुत है
मोहब्बत को जताने के लिए,
जो मेरी खामोशी नहीं समझ सका
वो मेरी मोहब्बत क्या समझेगा !!

ना वो सपना देखो जो टूट जाये
ना वो हाथ थामो जो छुट जाये
मत आने दो किसी को करीब इतना
कि उससे दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये

कौन कहता है
सिर्फ नफरतों में ही दर्द है
कभी कभी बेपनाह मोहब्बत भी
बहुत दर्द देती है

जिंदगी के अगले क़दम बढ़ने से पहले,
मंज़िलें सारी चढ़ने से पहले
बस एक आखरी ख्वाहिश यही है
जिना है संग तेरे मरने से पहले।

नादान इनकी बातो का एतबार ना कर
भूलकर भी इन जालिमो से प्यार ना कर
वो क़यामत तलक तेरे पास ना आयेंगे
इनके आने का नादान तू इंतज़ार ना कर

दर्द दे कर इश्क़ ने हमे रुला दिया
जिस पर मरते थे उसने ही हमे भुला दिया
हम तो उनकी यादों में ही जी लेते थे
मगर उन्होने तो यादों में ही ज़हेर मिला दिया.

7. hum wo nahi jo matlab se yaad karte hai shayari

तुझे खुद और खुदा से भी ज्यादा माना हमने
गम तो होना ही था
रास्ता चुना था अनजाना हमने।

हो चुके अब तुम किसी के
कभी मेरी ज़िंदगी थे तुम
भूलता है कौन मोहब्बत पहली
मेरी तो सारी ख़ुशी थे तुम।

कसूर उनका नहीं हमारा ही था
हमारी चाहत ही इतनी थी कि
उनको गुरुर आ गया.

मुझसे वादा करो मुझे रुलाओगे नहीँ
हालात जो भी हो मुझे भुलाओगे नहीं

ये कैसी ख्वाहिश है जो कभी मिलती हि नही
जी भर के तुझे देख लिया फीर भी नजर हटती नही

भुला सकूं तुझे अभी इतना काबिल ना हुआ
गया था दूर तुझे भुलाने के लिए
पर तेरी यादों के सिवाय कुछ हासिल ना हुआ।

कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी
कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी

आपकी यादें भी हैं
मेरे बचपन के खिलौनो जैसी
तन्हा होते हैं तो इन्हें ले कर बैठ जाते हैं

दिल के पहलू में
एक दर्द सा पाने लगे
जब अपने ही
बेगाने से नजर आने लगे।

मेरे दोस्तों ने इकट्ठा किया मेरे ही कत्ल का सामान,
मैंने उनसे कहा,
यारो तुम्हारी नफरत ही काफी थी मुझे मारने के लिए…

हम तो उनके लिए
सीढ़ी की तरह थे
मानों हम पर चढ़कर वो हमारा इस्तेमाल कर
किसी दूसरे के हो गए।

8. samne se wo aise aaye shayari

वफा क्या होती है?
काश तुम जान जाती …
ना हम और ना तुम अकेली होती ।

वो रात बन कर रह गई जिंदगी
जिसका सवेरा ना हुआ
हमने उसके नाम कर दी जिंदगी
जो कभी मेरा ना हुआ।

ए दिल
चल एक सौदा करते हैं
मैं उसके लिए तड़पना छोड़ देता हूँ
तू मेरे लिए धड़कना छोड़ दे …

आज किसी की दुआ की कमी है
तभी तो हमारी आँखों में नमी है
कोई तो है जो भूल गया हमें
पर हमारे दिल में उसकी जगह वही है..

कौन कहता है
सिर्फ नफरतो में ही दर्द है
कभी कभी बेपनाह मोहब्बत भी
बहुत दर्द देती है..

अपनी चाहत को
किसी और का होते देखा है
मैंने बहार से मुस्कुराते हुए
अपने दिल को रोते हुए देखा है

पत्थर समझती रही जिसे ताउम्र
वो ही आज खुदा निकला
जिसे पूजा मैंने खुदा की तरह
दुनिया वालों वो ही बेवफा निकला…

सलामत रहे तेरी महफिल साकी
दौर मयकशी के यूं ही गुजरते रहेंगे
जब जब होगी जमाने में बेवफाई
दीवाने तेरे दर पे यूं ही गिरते संभलते रहेंगे…

तेरी बेवफाई की वजह से आज
इस कोठे पर कदम आ गया है
खुदा ही जाने कि ये खता किसकी है
हाथ में मौत का जाम आ गया है…

अपनी लुटी हुई दुनिया के लिए
आखिर किसको मैं बदनाम करुँ
तेरी बेवफाई का चर्चा सनम मेरे
आखिर कैसे मैं खुलेआम करुँ…

जमाने ने की है बेवफाई इस कदर
हिम्मत नहीं है किसी से नजर मिलाने की
जज्बा ही खत्म हो गया वफा का मेरा
हिम्मत नहीं है फिर से दिल लगाने की…

जब सवाल उठेगा जमाने में
रुस्वा चाहत तुम्हारी होगी
गर बेवफा हम कहलाए तो
बदनाम मोहब्बत तुम्हारी होगी…

उठ गया हो भरोसा उस बेवफा से
तो मुझको गले लगा ले तू
जीवन भर साथ निभाऊंगी तेरा
मेरी वफा को आजमा ले तू…

तुझसे जुदा हो के ये दिल रह ना पायेगा
की है तूने बेवफाई ये सदमा सह ना पायेगा
लाख कोशिश करता हूँ की ये कह दे दुनिया से
कसम खुदा की ये तेरी बेवफाई कह ना पायेगा…

अनजान थी मैं नाम ऐ वफा से
दाग बेवफाई का सनम लगाया तुमने
नादान थी मैं ना समझी चाहत तुम्हारी
इसलिए जीते जी कब्र में सुलाया तुमने…

दिन ये मइय्यत से लगने लगते है, जिनके लिए हम दुखी हो रहे हैं वो किसी और को खुश रखते है।

 अब किसी और के लिए करते हैं जो कुछ हमारे लिए करते थे , वो अब किसी और के लिए जी रहे हैं जो कभी हम पर मरते थे।

हम अपने दिल को ये कह कर तसल्ली देते रहे, की जो मेरा ना हो सका किसी और का क्या होगा।

ज़िन्दगी के अगले क़दम बढ़ने से पहले, मंज़िलें सारी चढ़ने से पहले, बस एक आखरी ख्वाहिश यही है जीना है संग तेरे मरने से पहले।

 हम उसे सच्चे दिल से प्यार करते हैं वो किसी और से प्यार करते हैं भूल मत जिसे तुम प्यार करती हो वो किसी और से प्यार करता हैं।

Final Word

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This Post Has 2 Comments

  1. Ravi kumar

    Humne bhi kisi se be Pana Mohabbat Ki lekin vah samajh na Pai isiliye to vah Kisi Aur Ko Dil De I

  2. Ravi kumar

    Kisi Ne Mujhse poochha Ki Mohabbat Kya Hai….

    …..mene haskr bola jindgi bhar k liye sja h.

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